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"खयालो का शहर तेरे होने से ही आबाद है"...

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ईन्ही गलीयो से तो गुजरी थी उस दिन तुम्हारे साथ हा मुझे अभी भी याद है वो रात वो जो पापा की तरह तुमने मुझे अपनी बाईक पर बिठाकर तुम्हारा सारा शहर घुमाया था हा मैने पापा के साथ जितना ही खुदको ...

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Vibhawari Jadhao

लोगो से कैसी उमीद करे साथ निभाने की जब अपनी ही रुह जिद करे हमसे दुर जाने की....

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