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खामखा

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ज़िन्दगी ख़ाब और मैं इक कहानी खामखा लोग सुनते है मुझे औरो की जबानी खामखा मैं आकाश हु उस परिंदे का जिसमे उड़ाते है लोग पतंगे खामखा बह जाता हूं लिए उम्मीदे बेवजह कर लेता हूं ...

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Dark Shadow
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