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कविता प्यार,,,,लेखक राधेश्याम जांगिड़

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प्यार तो मुझे भी हुआ था जिंदगी में एक बार मगर वो मेरा प्यार होकर भी इस दुनिया की भीड़ में न जाने कहाँ खो गया है,,लापता हो गया है,,, बहूत तलाश किया मैंने लेकिन आज तक मुझे वो  मासूम सा , एक खूबसूरत सा ...