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कथकली

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!! कथकली !! कथकली केरल राज्य की एक नृत्य शैली है जिसमें पारम्परिक  नृत्य (पैरों द्वारा) की बजाय चेहरे, हाथ, उंगलियों, मुखडे और भौंहों द्वारा विभिन्न भाव भंगिमाओं से कला को प्रदर्शित किया जाता है। आम ...

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लेखक के बारे में
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Rakeshwar Mishra

मेरे जन्म के कुछ ही दिनों बाद मां की असामयिक मृत्यु हो जाने के कारण बचपन ननिहाल मे उत्तरप्रदेश के तत्कालीन गोरखपुर जनपद के एक छोटे से गांव में बीता,प्राइमरी तक की पढाई गांव की प्राइमरी पाठशाला में, आठवीं तक की पढाई वहां से 10 किलोमीटर दूर ठाकुरनगर गांव के एक इन्टरमीडिएट कालेज से,नौंवी से बारहवीं तक की पढाई जयपुरिया इन्टरमीडिएट कालेज आनन्दनगर से हुई। स्नातक बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय से हुआ और फिर चार्टर्ड अकाउन्टैन्ट बनने की चाह मे दिल्ली आया और यहां से भोपाल चला गया। कई सारी छोटी बडी कम्पनियों में अकाउन्ट्स और फाइनेन्स डिपार्टमेन्ट में जिम्मेदार पदों पर काम किया। सम्प्रति में इन्टरआर्क बिल्डिंग प्रोडक्ट्स मे वाइस प्रेसीडेन्ट (फाइनेन्स और अकाउन्ट्स) के पद पर कार्यरत हूं। हिन्दी साहित्य पढने का शौक औेर नशा बचपन से ही रहा जिस से लिखने का भी शौक पैदा हुआ,बचपन से कल्पनाशीलता मेरे अन्दर भरी रही है जो कि मेरे लेखन में सहायक सिद्ध होती रही है। फेसबुक पर अनेकों संस्मरण,कहानियां और अपने हृदय के उद्गार लिखता रहा हूं और मित्रों से बहुत समर्थन मिलता रहा हैं पर कभी स्वयं को एक लेखक या कहानीकार के तौर पर स्थापित करने की कोशिश नहीं किया,सच तो यह है कि नौकरी करने के कारण समय भी कम ही मिल पाता है पर लिखने का कीडा है तो आज प्रतिलिपि के इस मंच तक आ ही गया हूं। मैं अपनी कहानियों में ज्यादातर अपने जीवन में घटित हुई घटनाओं को लिपिबद्ध करता हूं और आवश्यकता पडने पर कुछ कल्पनाशीलता का सहारा लेता हूं। बचपन में ही मां को खो देने और बचपन में संघर्ष के कारण मेरे ज्यादातर उद्गार हृदय से ही निकलते हैं और साफगोई साथ लिये होती हैं। ज्यादा तडक भडक या लच्छेदार भाषा का प्रयोग मैं नही कर पाता। अब इस मंच पर शायद कुछ बेहतर प्रस्तुति दे सकूं- आभार राकेश्वर नाथ मिश्र

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