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काशी की गालियां

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सफर भी तू हमसफ़र भी मेरा, मुक्कदर भी तू मंज़िल भी मेरा।     हर हर महादेव ...

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Ashish Kumar

“इतर से कपड़ों का महकाना कोई बड़ी बात नहीं है, मज़ा तो तब है जब आपके किरदार से खुशबू आये!!”

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