pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

कर्तव्य परायणता

150

बड़े-बडे उत्‍कृष्‍ट गुण जिनसे मनुष्‍य समाज में माननीय होता है जिनके अभाव से सब ठौर निरादर पाता और हेठा समझा जाता है - उनमें कर्तव्‍य परायणता का होना गुण-सोपान की पहली सीढ़ी है। पहली सीढ़ी इसलिये इसे ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

पंडित बाल कृष्ण भट्ट हिन्दी के एक प्रसिद्ध पत्रकार, नाटककार एवं निबंधकार थे, ये गद्य प्रधान आधुनिक हिन्दी कविता की नींव रखने वेल रचनाकारों में गिने जाते हैं। भट्ट जी एक अच्छे एवं सफल पत्रकार तो थे ही, उन्होंने "सौ अजान एक सुजान", "रेल का विकट खेल", "नूतन ब्रह्मचारी", "बाल विवाह" तथा "भाग्य की परख" आदि अनेक पुस्तकें भी लिखी हैं।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है