pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

कहानी... कर्तव्यनिष्ठा.... आज कल्पना अपने दिल में बहुत खुश थी , कुर्सी पर बैठे बैठे उसे अभी कुछ दिन पहले का वाक्या याद आ गया था ... कहते हैं कि कोई अच्छा और परोपकारी काम करने से दिल को बहुत सुकून ...