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कंठ दिया कोयल को तो रूप छिन लिया

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कंठ दिया कोयल को तो रूप छिन लिया , रूप दिया मोर को तो इच्छा छिन ली  , इच्छा दी इंसान को तो संतोष छिन लिया, संतोष दिया संत को तो संसार छिन लिया  , संसार दिया देवी देवताओ को तो मोक्ष छिन लिया ...

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Reshampal Kashyap
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