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कलमी आम

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कलमी आम वीरेंद्र बहादुर सिंह गरमी की शुरुआत हो गई थी। दोपहर की चिलचिलाती धूप में खेत से थक कर आया करसन घर के नजदीक लगे आम के पेड़ के नीचे चारपाई डाल कर बैठ गया। आम की शीतल छाया में दो घड़ी के लिए ...

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virendra singh
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