pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

कैसे मुझे तुम मिल गए

4.6
10183

जीवन में पहले प्रेम की अनुभूति ही अलौकिक होती है,किस्मत ने मुझे पहले प्रेम से मिलवा दिया।

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Pallavi Vinod

लेखन मेरा जुनून है,मेरे मन में उमड़ती भावनाओं का बादल जब शब्दों के रूप में बरसता है तो कहानी या कविता का रूप ले लेता है।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manu Prabhakar
    18 जनवरी 2019
    शानदार कहानी ।
  • author
    Seema Saini
    08 जनवरी 2019
    ye milan sirf kahaniyo me hi hota ha hakikat me nahi or apki rachna such me super ha no word kash asa pyar hakikat me bhi hota
  • author
    कृष्णा............
    07 सितम्बर 2019
    पल्लवी भले ही तुमने ये काल्पनिक कहानी लिखी है लेकिन मेरे लिए हकीकत है जिसका अंत अगर तुम्हारी कहानी जैसा हो जाये तो god bless you.....so much.
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    Manu Prabhakar
    18 जनवरी 2019
    शानदार कहानी ।
  • author
    Seema Saini
    08 जनवरी 2019
    ye milan sirf kahaniyo me hi hota ha hakikat me nahi or apki rachna such me super ha no word kash asa pyar hakikat me bhi hota
  • author
    कृष्णा............
    07 सितम्बर 2019
    पल्लवी भले ही तुमने ये काल्पनिक कहानी लिखी है लेकिन मेरे लिए हकीकत है जिसका अंत अगर तुम्हारी कहानी जैसा हो जाये तो god bless you.....so much.