pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

कैसे झेल पाए . द्वारा शशि कांत जुनेजा इश्क़ ही आबाद कर दे इश्क़ ही बर्बाद . बावरा मन ना समझे भुलाना पाए याद.  इश्क़ ही आबाद करद

2
5

कैसे झेल पाए . समर्पित सुशांत सिंह द्वारा शशि कांत जुनेजा   इश्क़ ही आबाद कर दे इश्क़ ही बर्बाद . बावरा मन ना समझे भुलाना पाए याद.  इश्क़ ही आबाद करदे ...    क्या पाया क्या खोया इन्तहा सी होगई .  ...