यह दृश्य अभिराज और अहाना के ट्रेन में मिलने से पहले का है।रुद्रप्रताप के कारण अहाना को कोई काम नहीं दे रहा था तो फाके की नौबत आ गई।वह प्रांजल्ल से मिलने कोठी पर जाती है और उसके पिता से मदद की ...
विद्या विवादाय धनं मदाय शक्तिः परेषां परिपीडनाय। खलस्य साधोर्विपरीतमेतत् ज्ञानाय दानाय च रक्षणाय।
Insta.Id. sr-lakshita
मेरी सभी रचनाएँ,स्वरचित व मौलिक हैं।किसी भी कहानी की कथा,दृश्य या किरदार की नकल करना,सेक्शन 13 कॉपीराइट एक्ट 1957 का उलंघन के अंतर्गत चोरी माना जायेगा।
कहानियों में प्रयुक्त सभी चित्रों का श्रेय उनसे संबंधित मालिकों व गूगल को जाता है। 🙏
सारांश
विद्या विवादाय धनं मदाय शक्तिः परेषां परिपीडनाय। खलस्य साधोर्विपरीतमेतत् ज्ञानाय दानाय च रक्षणाय।
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मेरी सभी रचनाएँ,स्वरचित व मौलिक हैं।किसी भी कहानी की कथा,दृश्य या किरदार की नकल करना,सेक्शन 13 कॉपीराइट एक्ट 1957 का उलंघन के अंतर्गत चोरी माना जायेगा।
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बधाई हो! कहानी-कसक -बोनस पार्ट -ज़ब अभिराज सुंदरपुर आया! प्रकाशित हो चुकी है।. अपने दोस्तों को इस खुशी में शामिल करे और उनकी राय जाने।