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कह दिया जो दिल मे राज़ छिपा था.....

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उस सुबह में भी क्या किस्मत थी, किस्मत थी उससे मिलने की, था दिन भी वो बड़ा सुहाना, पड गया कॉलेज जाना... था दिन वो पहला कॉलेज का, बेचेनी सी थी दिल मे, थे बिखरे जन सब इधर उधर, उत्तर पूरब पश्चिम में... ...

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Jîtěnđrä BrãHãmnē
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