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कागज की नाव

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बचपन की बारिश और कागज की नाव- ऐ राजू.…! बादल घिर आया रे...! चलो निकलो घर से.... ! दीपू की पुकार सुनते ही राजू जल्दी-जल्दी थाली में बचे हुए दो चार कौरों को मुँह में डाला और घर की दहलीज पार करता ...

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Alok kumar Mallick
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