एक दिन संयोग से नींद खुल गई |मेरे कमरे की खिड़की से भी कब्रिस्तान दिखता था और ठंडी हवा के लिए उसे खुली छोड़ता था| मेरी नजर अचानक उसी कब्रिस्तान वाली दिशा में चली गई क्योंकि एक मोमबत्ती इधर से उधर ...
एक दिन संयोग से नींद खुल गई |मेरे कमरे की खिड़की से भी कब्रिस्तान दिखता था और ठंडी हवा के लिए उसे खुली छोड़ता था| मेरी नजर अचानक उसी कब्रिस्तान वाली दिशा में चली गई क्योंकि एक मोमबत्ती इधर से उधर ...