pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

जिंदगी की सच #poem #Life

5

अरे जिंदगी है मगर किसी का अरमान है। ये दौलत-सहोरात क्या चीज है जिससे अपना भी बेईमान है। इस धरती पर इनसानो मे जाने कीस बात की  अभिमान है।।   ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Amit Singh
समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है