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जेहि विधि होय नाथ हित मोरा

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गोस्वामी जी ने मानस में भगवान राम से विनती करते हुए कहा है - " जेंहि विधि होय नाथ हित मोरा । करहुँ सुवेग दास मैं तोरा ।। " ठीक यही स्थिति भारतीय राजनीति की हो गई है । जब लाल बहादुर शास्त्री जी देश के ...