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जीवन- मृत्यु

4.7
318

जीवन- मृत्यु पिछले कुछ दिनों में अपने आगे और पीछे के दोनों भाईयों को कोरोना पॉजिटिव देखकर दिल धक सा रह गया, पहली बार लगा कोई अछूता नहीं है, मार्च 2020 में जब पहला लॉकडाऊन हुआ था तो वो समय सबने ...

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लेखक के बारे में
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Raj Jha

कुछ सार्थक और अपना लिखने का प्रयास है।

समीक्षा
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    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    डॉ रेनु सिंह
    24 ഏപ്രില്‍ 2021
    विषय से अलग हो पर आज की परिस्थिति का वास्तविक चित्रण हैं ।बहुत अच्छा लिखा है आपने ।किसी के लिए गुलमोहर सुन्दर हैं तो किसी के लिये कूड़ा ।जीवन यही है ।गरीब की भूख मिट जाए वही उसके लिये छप्पनभोग है 👌👌👌
  • author
    प्रीति मिश्रा
    24 ഏപ്രില്‍ 2021
    बहुत सुंदर रचना सबको पढ़नी चाहिए ये रचना, सच मे इन सब में कुछ लोगो की मानवता तो जैसे मर ही गई है, इस दुख की घड़ी में बिना डरे पूरी सुरक्षा के साथ हमें जितना हो सके मदद करना चाहिए। हम लड़ सकते हैं जीत भी सकते बस गर साथ हो 🙏❤️😊
  • author
    Madhu Rattan
    24 ഏപ്രില്‍ 2021
    विषय से अलग लिख कर आप ने आज की कड़वी सच्चाई बताई ।सच मे जो आप ने लिखा सब कुछ वही हो रहा है।आपकी रचना के लिये समीक्षा में क्या लिखूं ?सोचने से अच्छा ,आप के आज के सच को बताने के लिये स्टिकर तो बनता है।बहुत अच्छा लिखा 👌👌
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    डॉ रेनु सिंह
    24 ഏപ്രില്‍ 2021
    विषय से अलग हो पर आज की परिस्थिति का वास्तविक चित्रण हैं ।बहुत अच्छा लिखा है आपने ।किसी के लिए गुलमोहर सुन्दर हैं तो किसी के लिये कूड़ा ।जीवन यही है ।गरीब की भूख मिट जाए वही उसके लिये छप्पनभोग है 👌👌👌
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    प्रीति मिश्रा
    24 ഏപ്രില്‍ 2021
    बहुत सुंदर रचना सबको पढ़नी चाहिए ये रचना, सच मे इन सब में कुछ लोगो की मानवता तो जैसे मर ही गई है, इस दुख की घड़ी में बिना डरे पूरी सुरक्षा के साथ हमें जितना हो सके मदद करना चाहिए। हम लड़ सकते हैं जीत भी सकते बस गर साथ हो 🙏❤️😊
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    Madhu Rattan
    24 ഏപ്രില്‍ 2021
    विषय से अलग लिख कर आप ने आज की कड़वी सच्चाई बताई ।सच मे जो आप ने लिखा सब कुछ वही हो रहा है।आपकी रचना के लिये समीक्षा में क्या लिखूं ?सोचने से अच्छा ,आप के आज के सच को बताने के लिये स्टिकर तो बनता है।बहुत अच्छा लिखा 👌👌