pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

जीवन मीत

7

जीवन मीत अब तो दो धीरज मुझको ना जाती सही ये पीड़ा तुम छिपी कहाँ हो बैठी मेरे जीवन की वीणा कब तक संसार समंदर के लहरों से इसे बचाऊँ टूटी नैया को कैसे इन ज्वारों में पार लगाऊं तुम तो सब की सम्बल हो ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Umesh Kumar Shrivastava

उमेश कुमार श्रीवास्तव , जन्म स्थल : ग्राम बोझवा (वासूपुर) पो० साहबगंज जिला बेला प्रतापगढ़ (उत्तरप्रदेश) शिक्षा : प्रारम्भिक - बचेली बैलाडिला , तत्कालीन जिला बस्तर म० प्र० वर्तमान छत्तीसगढ़, माध्यमिक : सुखपति राम इण्टर कालेज लीलापुर प्रतापगढ़ , स्नातक : प्रताप बहादुर डिग्री कॉलेज प्रतापगढ़ उ०प्र० , विधि स्नातक : ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय रीवा म० प्र० सम्प्रति: इन्दौर म० प्र० , मो० न० 9131018553 , 9425459402

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है