pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

"जब तु पैदा हुआ था कितना मजबूर था"

26
5

जब तु पैदा हुआ था कितना मजबूर था , कि जहाँ भी तेरी सोचों से भी दूर था ... हाथ पैर भी तेरे अपने न थे , तेरी आँखों में दुनिया के सपने न थे... तुझको आता सिर्फ रोना ही ...