pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

जान है तो जहान है

4
6

जान है तो जहान अक्सर जब हम लोग छोटे थे बड़े बुजुर्ग कहते थे ‘जान है तो जहान है' या ‘ना रही जीव त के खाई घीव'  उस समय लगता सब लोग मजाक कर रहे हैं पर जैसे-जैसे बड़े होते गए इन लोकोक्तियों का अर्थ समझ ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
S K Singh

शिक्षक , जवाहर नवोदय विद्यालय| हमारी कृतियां "झरोखा, झलक(कहानी संग्रह), मेरी भावनाएं (कविता संग्रह) आप भी बोल सकते हैं (बोलने की कला) का चुप साधि

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है