इंतजार की आग में तू मुझे कुछ इस तरह झोंक गया पीछे पलटकर भी ना देखा एक बार तू मुझे छोड़ गया करती हूं तेरा इंतज़ार मै रोज सुबह शाम इस तरह से जैसे तेरे इंतज़ार में मैं यही बैठी हूं ,ऐसे ही सदियों से ...
इंतजार की आग में तू मुझे कुछ इस तरह झोंक गया पीछे पलटकर भी ना देखा एक बार तू मुझे छोड़ गया करती हूं तेरा इंतज़ार मै रोज सुबह शाम इस तरह से जैसे तेरे इंतज़ार में मैं यही बैठी हूं ,ऐसे ही सदियों से ...