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इंसाफ की देवी.....

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लिए रुखा सा चेहरा, आंखो पे काली पट्टी है पत्थर की मूरत में खड़ी इंसाफ की देवी है कौन क्या चाहता है, ये बंद आंखों से ताकती है न्याय किसको मिले, ये तराजु लिए तोलती है इंसाफ का होना कभी इसकी खासियत ...

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suraj kumar
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