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हृदय वेदना की स्वर लहरी ...

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मधुकोष पड़ा सूना अब तो,पुष्पों का रस भी सूख गया। हृदय हो चुका दग्ध मरूस्थल,बेसुध तन से भूख गया।। मिटी अपेक्षा सारे सुख की,गम ही गम अब छाता है। आंखों को बंद करूं जब भी,रूप तुम्हारा आता है।। खोकर ...

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Ashutosh Tripathi

poet,singer, lyricist,yoga trainer,artist,tourist guide...

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