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हृदय की पुकार

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नही चाहिए प्रभु वो ऊंचाई मुझे जो आत्म दर्प करना सिखा दे मुझे मेरे अपने तरस जाएं मेरे लिए ऐसा पत्थर हृदय न बना दे मुझे ना समझूं किसी के हृदय की व्यथा दर्द अपनों का मुझे  दिखाई न पड़े कोई लाख बुलाए ...