यह कहानी उन होनहार बच्चों की है, जो अच्छी शिक्षा लेने के पश्यात नौकरी करने विदेश चले जाते है और माता- पिता के प्रति अपने कर्तव्यों को भूल जाते है।
यह कहानी उन होनहार बच्चों की है, जो अच्छी शिक्षा लेने के पश्यात नौकरी करने विदेश चले जाते है और माता- पिता के प्रति अपने कर्तव्यों को भूल जाते है।