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व्यक्ति आएंगे, जाएंगे लेकिन संगठन और उसकी कार्यपद्धति वहीं रहने वाली है। संगठन के कार्यक्रम व्यक्ति के अनुसार नहीं कार्यपद्धति के अनुसार होना चाहिए। इससे अगली पीढ़ी की निर्माण होगी ...

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Bikash sahu

ମାଟିର ମଣିଷ ଟିଏ । ମୁହଁରେ ହସ ହିଁ ମୋର ପରିଚୟ। ଦୁଃଖ ଦେଖି ନାହିଁ କାରଣ ମୁଁ ସବୁ ମୂହୁର୍ତ୍ତ କୁ ଆପଣେଇ ନେଇଥାଏ। ମୋର ଶୁଭଚିନ୍ତକ ମାନଙ୍କର ମୁଁ ଶୁଭେଚ୍ଛୁ । ମୋର ପ୍ରିୟଜନ ମାନଙ୍କର ଆଖିର ତାରା ରୂପେ ଜହ୍ନ ଟିଏ ମୁଁ ।

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