pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

हिंदी ने दिलाया सम्मान

4.5
583

हिन्दी भाषी होना उपेक्षित होना नही है।

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Twinkle Tomar Singh

शिक्षिका, लेखिका, ब्लॉगर जन्म- तीर्थराज प्रयागराज। शिक्षा- परास्नातक अंग्रेजी साहित्य, राजनीति शास्त्र शिक्षा स्नातक में डिग्री प्रयाग संगीत समिति, प्रयागराज से संगीत गायन की शिक्षा। पद- लखनऊ में अँग्रेजी विषय में शिक्षिका के पद पर कार्यरत सहित्यिक यात्रा- तीन साझा कहानी संकलन 'इंद्रधनुष' व 'गुंजित मौन' व 'कथाकार'। दो उपन्यासिका 'कहीं कबाड़ कहीं क़ीमती' व 'चंद्रमल्लिका'। लेख,कहानियाँ व कविताएँ लोकप्रिय वेब साइट्स व पत्र-पत्रिकाओं जैसे दैनिक जागरण, दैनिक भास्कर, अमर उजाला, जनसत्ता, राजस्थान पत्रिका, सरिता मैगजीन आदि में प्रकाशित। अँग्रेज़ी साहित्य लेखन पर अच्छी पकड़। कई पुस्तकों का अँग्रेजी से हिन्दी में अनुवाद।

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    राजेश ओझा
    09 നവംബര്‍ 2018
    हिन्दी भाषी होने का मतलब गंवार होना नही होता फिर भी कहीं न कहीं बच्चों के मन में अपने कैरियर को लेकर असमंजस की स्थिति तो आ ही जाती है..हमारे हिन्दी विदों, हमारी सरकारों को इस पर ध्यान देना चाहिए कि बच्चे हिन्दी माध्यम से पढ़ने पर अपने कैरियर को लेकर चिन्तित न हों..हिन्दी को प्रायोगिक बनाना होगा..
  • author
    Shama Singh
    25 ജൂണ്‍ 2019
    ooho ... ye hui koi baat ..ab aaya uunt pahad ke niche
  • author
    Mukesh Ram Nagar
    30 സെപ്റ്റംബര്‍ 2018
    अत्यंत परिष्कृत शैली है आपकी..और बेहद खूबसूरत रचना🙏
  • author
    आपकी रेटिंग

  • कुल टिप्पणी
  • author
    राजेश ओझा
    09 നവംബര്‍ 2018
    हिन्दी भाषी होने का मतलब गंवार होना नही होता फिर भी कहीं न कहीं बच्चों के मन में अपने कैरियर को लेकर असमंजस की स्थिति तो आ ही जाती है..हमारे हिन्दी विदों, हमारी सरकारों को इस पर ध्यान देना चाहिए कि बच्चे हिन्दी माध्यम से पढ़ने पर अपने कैरियर को लेकर चिन्तित न हों..हिन्दी को प्रायोगिक बनाना होगा..
  • author
    Shama Singh
    25 ജൂണ്‍ 2019
    ooho ... ye hui koi baat ..ab aaya uunt pahad ke niche
  • author
    Mukesh Ram Nagar
    30 സെപ്റ്റംബര്‍ 2018
    अत्यंत परिष्कृत शैली है आपकी..और बेहद खूबसूरत रचना🙏