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कहीं देर ना हो जाए

4.1
3103
प्रेमलव स्टोरी

Rabiul Islam

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लेखक के बारे में
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Rabiul Islam

पश्चिम बंगाल के एक छोटे से गांव "फारस पुर" के रहने वाले रबीउल इस्लाम, जो खुली आँखों में सपनें देखा करते थे, और अपने सपनों को हक़ीक़त में बदलने के लिए रबीउल ने क़लम उठाया, और अपने सपने को शब्द देकर आप तक पहुँचाया, और आपने रबीउल के इस सपने के सफ़र को साकार करने का मौक़ा दिया, इसके लिए आभार। प्रतिलिपि के अलावा रबीउल ने और भी तीन बेहतरीन कहानियां Amazon पर लिखा है 1, "मैं फिर भी जीना चाहूँगा" 2, "लव ओर कोम्प्रोमाईज़" 3, "ये मेरी वर्कर डे" 4, "कल्पना, हमारे देश की बेटी" 5, "I Would Still Alive" ये सभी कहानियां आपका प्यारा सा दोस्त रबीउल इस्लाम ने लिखा है। आप amazon में सर्च करके प्राप्त कर सकते हैं, "धन्यवाद" ईमेल : [email protected]

समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Daulat Khan
    29 జనవరి 2020
    Ha mujhe bhi pyar hua hai Jab me 7th class me huaa tha
  • author
    Rajan ojha
    07 ఆగస్టు 2021
    Bahut acha
  • author
    Rajendra Charan
    13 జులై 2018
    Shi h dost
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  • author
    Daulat Khan
    29 జనవరి 2020
    Ha mujhe bhi pyar hua hai Jab me 7th class me huaa tha
  • author
    Rajan ojha
    07 ఆగస్టు 2021
    Bahut acha
  • author
    Rajendra Charan
    13 జులై 2018
    Shi h dost