pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

हे रक्तदन्तिका

11

देवी रक्तदन्तिका प्रचिती नामक दैत्य का वध करने के लिए प्रकट हुई थी । उस समय दनावो पर देवी ने इतना क्रोध किया कि वह अपने शरीर को विकराल करके दनावो को खाने लगी । और पूरी सेना को खा गयी । जिस कारण ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में

मैं क्या लिखता हूं मुझे नही पता पर शायद कलम कल्पना के सागर में उतर जाती है

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है