हँसते हुए माँ बाप की गाली नहीं खातेबच्चे हैं तो क्यों शौक़ से मिट्टी नहीं खातेहो चाहे जिस इलाक़े की ज़बाँ बच्चे समझते हैंसगी है या कि सौतेली है माँ बच्चे समझते हैंहवा दुखों की जब आई कभी ख़िज़ाँ ...
बधाई हो! हँसते हुए माँ बाप की गाली नहीं खाते
बच्चे हैं तो क्यों शौक़ से मिट्टी नहीं खाते प्रकाशित हो चुकी है।. अपने दोस्तों को इस खुशी में शामिल करे और उनकी राय जाने।