खुदा ने अपना खुदा जो चाहा उसने तब एक बनाई अम्मी। उसी खुदा से मुझे छीनकर दुनिया में ले आईं अम्मी।। पीठ पर हौले थपकी देती रात लोरियां गायी अम्मी।। मैंने मांगा चांद खिलौना, झट थाली में दिखलाई ...
खुदा ने अपना खुदा जो चाहा उसने तब एक बनाई अम्मी। उसी खुदा से मुझे छीनकर दुनिया में ले आईं अम्मी।। पीठ पर हौले थपकी देती रात लोरियां गायी अम्मी।। मैंने मांगा चांद खिलौना, झट थाली में दिखलाई ...