pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

हमारे ज़माने मे मोबाइल नहींं थे (द् लवली कपल)

10

चश्मा साफ़ करते हुए उस बुज़ुर्ग ने अपनी पत्नी से कहा : हमारे ज़माने में मोबाइल नहीं थे.. *पत्नी* : पर ठीक पाँच बजकर पचपन मिनट पर मैं पानी का ग्लास लेकर दरवाज़े पे आती और आप आ पहुँचते.. *पति* : हाँ ...

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
Neeraj Saini

#झूठ 💬 बोलकर ☝ #शरीफ_बनने 🤗 से अच्छा 🔥 #है #सच 🗣️ बोलकर 🙏 बुरे 😎 #बन_जाओ 👀

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है