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हाँ कुछ नहीं बदला तुम्हारे जाने से

4.1
1059

जब तुम नहीं हो तुम्हारी कोई निशानी नहीं रखीं तो आज ये हवाएं तेज़ क्यों चल रही है,या तो मुझ से कोई दुश्मनी है या फिर ये भी तुझ से मिली हुई हैं।

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लेखक के बारे में
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अंकित चौहान
समीक्षा
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  • कुल टिप्पणी
  • author
    Sumedha Prakash
    10 अक्टूबर 2018
    वाह वाह
  • author
    वीर
    20 नवम्बर 2018
    sundar panktiyaan
  • author
    POOJA TIWARI "POOJA"
    26 अप्रैल 2018
    nice...
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    Sumedha Prakash
    10 अक्टूबर 2018
    वाह वाह
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    वीर
    20 नवम्बर 2018
    sundar panktiyaan
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    POOJA TIWARI "POOJA"
    26 अप्रैल 2018
    nice...