pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

गुरु बिन भवनिधि तरहिं न कोई

5
47

जीवन मे गुरु की बहुत आवश्यकता है..जिसका गुरु नहीं वह मूर्ख है।

अभी पढ़ें
लेखक के बारे में
author
S.B. Prajapati

यह सब रचनायें .. शास्त्र व् महापुरुषों के सत्संग .. साहित्य आदि से प्रेरित हैं....!!! में तो सिर्फ आप तक पहुंचा रहा हूँ...!!! " बहादुर "एक साधक...

समीक्षा
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है
  • author
    आपकी रेटिंग

  • रचना पर कोई टिप्पणी नहीं है