वह सुंदर सी नगरी, जब बेला हो गोधूलि, कान्हा संग ग्वाले, ग्वाले संग गाय , चल पड़ी घर की ओर .... जब बेला हो गोधूलि.... चिड़ियो भी चहचहाट कर उड़ चली अपने घोसले की ओर .... राधा ...
वह सुंदर सी नगरी, जब बेला हो गोधूलि, कान्हा संग ग्वाले, ग्वाले संग गाय , चल पड़ी घर की ओर .... जब बेला हो गोधूलि.... चिड़ियो भी चहचहाट कर उड़ चली अपने घोसले की ओर .... राधा ...