दिल मेरा ग़म से भरा हैं बेख्याली ना जाए फिर ज़ख्म दिल में लगा हैं बेख्याली ना जाए हूं वाकिफ मैं उस बेवफा की द़गा से एक "समर" ये वफ़ा का ही सिला हैं बेख्याली ना जाए ...
दिल मेरा ग़म से भरा हैं बेख्याली ना जाए फिर ज़ख्म दिल में लगा हैं बेख्याली ना जाए हूं वाकिफ मैं उस बेवफा की द़गा से एक "समर" ये वफ़ा का ही सिला हैं बेख्याली ना जाए ...