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घरौंदे

1832
4.5

राजेश तीस वर्ष बाद कसबे में आया था। सुबह उठा तो एक दुःखद खबर मिली। उसके घर के पिछली गली में रहने वाली उज्ज्वला का देर रात निधन हो गया था और दोपहर को उसका दाह संस्कार होगा। यह एक संयोग था कि वह इस ...