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गणेश

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शीर्षक - श्री गणेश  दोहे - लम्बोदर गज शीश के , प्रथम पूज्य विघ्नेश। हे लाल! महाकाल के , मंगल करो गणेश ।। कुछ नटखट विद्वान अति, रिद्धि सिद्धि के प्राणेश।  गौरी नन्दन जी सदा , दूर करो सब क्लेश।। ...

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कवयित्री

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