आजकल समाज में जो चल रहा है वह देखकर यही लगता है कि आदमी और औरत एक ही समान विचारधारा तो नहीं रखते पर खुले विचार के नाम पर वही हवानियत वही हवस और वही कामुकता वाली चीज देखते हैं सुनते हैं पर शायद ...
आजकल समाज में जो चल रहा है वह देखकर यही लगता है कि आदमी और औरत एक ही समान विचारधारा तो नहीं रखते पर खुले विचार के नाम पर वही हवानियत वही हवस और वही कामुकता वाली चीज देखते हैं सुनते हैं पर शायद ...