"मेहरा साहब आपने वही सुना जो हमने सुना," गुप्ता जी बोले । "अरे! वही 'अग्निवीर भर्ती योजना' की बात कर रहे हैं," मेहरा साहब व्यंग्यात्मक मुस्कान लाते हुए बोले । " अच्छा मौका है एक तीर से दो निशाने ...
विमुक्त वर्णिका को सीमा में सजाती ।
अंतर्भावों को कविता में गुनगुनाती ।
शब्द मौक्तिक गूँथ सृजित साहित्य ,
हृदय के स्पंदन लय पर गीत सुनाती ।
सीमा सक्सेना 'वर्णिका '
कानपुर ,उत्तर प्रदेश
सारांश
विमुक्त वर्णिका को सीमा में सजाती ।
अंतर्भावों को कविता में गुनगुनाती ।
शब्द मौक्तिक गूँथ सृजित साहित्य ,
हृदय के स्पंदन लय पर गीत सुनाती ।
सीमा सक्सेना 'वर्णिका '
कानपुर ,उत्तर प्रदेश
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