आज घायल sir की रचना की एक पंक्ति पर चार पंक्तियाँ और जोड़कर लिखी है होना है बर्बाद थोड़ा दिल लगाकर देख लो चैन ओ सुकूँ हो जाएगा ख़ुद से दूर थोड़ा इश्क़ मोहब्बत में डूब कर देख लो नहीं होता फ़िर sumi ...
आज घायल sir की रचना की एक पंक्ति पर चार पंक्तियाँ और जोड़कर लिखी है होना है बर्बाद थोड़ा दिल लगाकर देख लो चैन ओ सुकूँ हो जाएगा ख़ुद से दूर थोड़ा इश्क़ मोहब्बत में डूब कर देख लो नहीं होता फ़िर sumi ...