हर साल रक्षाबंधन मे वो इन दोनों भाईयों के नाम की राखी जरूर खरीदती ...मन ही मन ढ़ेरों दुआ मांगती भगवान से...फिर सहेज कर रखी राखियां हर साल बढ़ती जातीं ....पति घोर व्यापारिक बुद्धि थें सो उनके दिमाग ...
हर साल रक्षाबंधन मे वो इन दोनों भाईयों के नाम की राखी जरूर खरीदती ...मन ही मन ढ़ेरों दुआ मांगती भगवान से...फिर सहेज कर रखी राखियां हर साल बढ़ती जातीं ....पति घोर व्यापारिक बुद्धि थें सो उनके दिमाग ...