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हिंदी लेखन का आर्थिक परिदृश्य(हिंदी पखवाड़ेपर)

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<p>हिंदी लेखन का आर्थिक परिदृश्य(हिंदी पखवाड़ेपर)</p> <p>हिंदी विश्व की चौथी सबसे बड़ी भाषा है. केवल बोलने वाले लोगों की संख्या को<br /> को लिया जाये तो यह आज दूसरी भाषा के तौर पर मानी जा रही है. ...

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लेखक के बारे में
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कमलेश मौर्य

कमलेश मौर्य- एम.एस-सी.,बी.एड.,एम.बी.ए(मानव संसाधन) संप्रति-सोनभद्र(उ.प्र.) में प्रतिश्ठित निजी क्षेत्र में वरिश्ठ अधिकारी के रूप में कार्यरत. लेखन कार्य-विभिन्न राष्ट्रीय पत्र-पत्रिकाओं में कविताये,कहानियां व आलेख प्रकाशित. -"विचार गाथा" नाम से जागरणजंक्शन पर नियमित ब्लॉग लेखन. विशेष-राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर की कई संगोष्टियों में प्रपत्र वाचक के रूप में सहभागिता. कुशल वक्ता, प्रशिक्षण एवं विकास कार्यक्रमों में सहभागिता Email:[email protected]

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