उपमन्यु थे भक्त बङे व्याघ्र पाद थे तात, रुदन किया जब दूध को अश्रुपूरित हुई मात। थे गरीब नही पास कोई गाय, बेटे को आटा घोल दिया दूध समझ कर उपमन्यु ने फिर पी लिया । मां ने कहा बेटा तुम ...
उपमन्यु थे भक्त बङे व्याघ्र पाद थे तात, रुदन किया जब दूध को अश्रुपूरित हुई मात। थे गरीब नही पास कोई गाय, बेटे को आटा घोल दिया दूध समझ कर उपमन्यु ने फिर पी लिया । मां ने कहा बेटा तुम ...