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डा. अमरजीत कौंके को साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार

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साहित्य अकादमी की दिल्ली और से पंजाबी के कवि , संपादक और अनुवादक डा. अमरजीत कौंके सहित 23 भाषाओँ के लेखकों को वर्ष 2016 के लिए अनुवाद पुरस्कार देने की घोषणा की गई है. अमरजीत कौंके को यह पुरस्कार पवन ...

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लेखक के बारे में

जन्म : 27 अगस्त 1964 शिक्षा : एम.ए.(पंजाबी), पीएच.डी । प्रकाशन : पंजाबी में ''दायरियाँ दी कब्र चों (1985)'', ''निर्वाण दी तलाश विच (1987)'', ''दवंध कथा (1990)'', ''यकीन (1993)'', ''शब्द रहणगे कोल (1996)'' तथा ''स्मृतियों की लालटेन (2002,2004)'', "प्यास (2013 )"काव्य संग्रह। हिन्दी में 'मुट्ठी भर रोशनी (1995)'', ''अँधेरे में आवाज़ (1997) और ''अंतहीन दौड़ (2006)'' ,"बन रही है नयी दुनिआ ( 2014)"काव्य संग्रह। अनुवाद : हिन्दी के दिग्गज लेखकों- डा. केदार नाथ सिंह की ''अकाल में सारस'', श्री नरेश मेहता की ''अरुण्या'', अरुण कमल की ''नये इलाके में'', ,कुंवर नारायण की "दूसरा कोई नहीं ",पवन करन की "स्त्री मेरे भीतर ",मिथिलेश्वर की ''उस रात की बात'', मधुरेश की ''देवकी नंदन खत्री'', हिमांशु जोशी की ''छाया मत छूना मन'', बलभद्र ठाकुर की ''राधा और राजन'' सहित अनेक पुस्तकों का पंजाबी में अनुवाद। पंजाबी कवि रविंदर रवी, परमिंदर सोढ़ी, डा. रविंदर, सुखविंदर कम्बोज ,दर्शन बुलंद्वी,की पुस्तकों का हिन्दी में अनुवाद। संपादन : 2002 से लेकर त्रैमासिक पंजाबी पत्रिका ''प्रतिमान'' का निरंतर संपादन। सम्मान एवं पुरस्कार : भाषा विभाग, पंजाब से हिन्दी पुस्तक ''मुट्ठी भर रोशनी'' के लिए 1995 का सर्वोत्तम हिन्दी पुस्तक पुरस्कार। गुरू नानक देव यूनिवर्सिटी, अमृतसर से पुस्तक ''शब्द रहणगे कोल'' के लिए वर्ष 1998 में मोहन सिंह माहिर पुरस्कार। समूचे काव्य लेखन के लिए इयापा(I.A.A.P.A.), कैनाडा सम्मान से सम्मानित। अन्य : भारत की अनेक भाषाओं में कविताओं का अनुवाद प्रकाशित। सम्प्रति : लेक्चरार ।

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