pratilipi-logo प्रतिलिपि
हिन्दी

दूर किनारा

3
5

बीच भवर मे नाँव फ़सी है, दूर किनारा है, दूर दूर तक नजर नहीं आता कोई सहारा है, लहरों के हिचकोलो मे नेया कभी इधर तो कभी उधर जाती है, बैठी सोच रही हूँ काश कोई तिनका नजर आ जाए किनारे पे, एक एक पल जैसे ...