दीवारें अगर आइना होते राजीव आनंद दीवारें अगर आइना होते तो मेरे तड़पने का राज खोल देते । आवाजें अगर मिट न जाती तो मेरे कराहों को दुहरा देती । शम्मा पर अगर रात भारी न होती तो मेरे जख्मों को दिखा दी ...
दीवारें अगर आइना होते राजीव आनंद दीवारें अगर आइना होते तो मेरे तड़पने का राज खोल देते । आवाजें अगर मिट न जाती तो मेरे कराहों को दुहरा देती । शम्मा पर अगर रात भारी न होती तो मेरे जख्मों को दिखा दी ...