"तुमसे कहना था कुछ..." बारिश की बूँदें खिड़की के शीशों पर दस्तक दे रही थीं। सर्दी की हल्की चादर में लिपटी शाम कुछ कहने को व्याकुल लग रही थी। कोलकाता की उस हलचल भरी दुनिया में, पार्क स्ट्रीट की एक ...
"तुमसे कहना था कुछ..." बारिश की बूँदें खिड़की के शीशों पर दस्तक दे रही थीं। सर्दी की हल्की चादर में लिपटी शाम कुछ कहने को व्याकुल लग रही थी। कोलकाता की उस हलचल भरी दुनिया में, पार्क स्ट्रीट की एक ...