जल , जंगल , जमीन के लिए लडा वह अंग्रेजों से । जाग उठा हर भारतीय इस क्रांति के शंखनाद से ।। धनुष , कटारी , तीर से वह लडा शत्रु से रण में । शूरों की ललकार बनकर शूरवीर कहलाया जग में ।। कहते है धरती बाबा ...
जल , जंगल , जमीन के लिए लडा वह अंग्रेजों से । जाग उठा हर भारतीय इस क्रांति के शंखनाद से ।। धनुष , कटारी , तीर से वह लडा शत्रु से रण में । शूरों की ललकार बनकर शूरवीर कहलाया जग में ।। कहते है धरती बाबा ...